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मुजफ्फरपुर जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बुधवार को दो प्रखंडों कुढ़नी और सरैया के 8 गांवों में पदयात्रा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि पहला शिक्षा, दूसरा रोजगार, और तीसरा खेती। अगर इन तीन मुद्दों को सुधार लिया गया तो बिहार को विकास की पटरी पर दौड़ाया जा सकता है। प्रशांत किशोर ने जनसंवाद में कहा कि आप सब को पता है कि जिस रास्ते पर हम पिछले 50 साल से चल रहे हैं, उस रास्ते पर आने वाले समय में चलकर बिहार में कोई विकास नहीं होने वाला है। जब हम बच्चे रहे होंगे तब भी बिहार में उतनी ही दिक्कत थी, जितनी आज है। बच्चे जवान हो गए, जवान आदमी बुढ़ा हो गया मगर बिहार के विकास में कोई परिवर्तन नहीं दिखा। बिहार में समस्याओं का समाधान क्यों नहीं हो रहा है, इसे समझने की ज्यादा जरूरत है। आप पहले भी जाति-धर्म के नाम पर वोट करते थे, आज भी इन्हीं विषयों पर वोट करते हैं, तो समस्या में सुधार आएगी कैसे? बिहार को तभी सुधारा जा सकता है जब यहां तीनों विषयों को सुधारा जाएगा पहला शिक्षा, दूसरा रोजगार, और तीसरा खेती। अगर इन तीन मुद्दों को सुधार लिया गया तो बिहार को विकास की पटरी पर दौड़ाया जा सकता है।